भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला , भारत में सालों से नवम्बर माह में दिल्ली के प्रगति मैदान में लगाया जाने वाला , अकेला ऐसा व्यापार मेला है , जो विश्वभर से / में , एक अलग ही दृष्टिकोण से देखा ऒर सराहा जाता है !
हालांकि , दिल्ली के प्रगति मैदान में दिन प्रतिदिन विभिन तरह के मेलों का आयोजन ( जैसे विश्व पुस्तक मेला , हस्तशिल्प मेला , ऑटो मेला आदि ) समय समय पर होता रहता है ,पर दिल्ली का अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला , किसी एक ख़ास वर्ग को ध्यान में ना रख कर , सब तरह के वर्गो को अपनी ओर आकर्षित करता है , चाहे भारत के विभिन राज्यों की सांस्कृतिक झलकियाँ , हस्तशिल्प एवं कलाकीर्तियाँ हों या विभिन तरह की प्रदर्शनियां या बच्चो , निशक्तजन/शारीरिक असक्षम ( विकलांग ) , बुज़ुर्गों , महिलाओं आदि के मनोरंजन के लिए आयोजित कार्यक्रम , सब को ही अपनी ऒर आकर्षित करने में ऒर एक अलग ही समा बांधने में एहम भूमिका निभाते हैं , जिसको देखने के लिए हर वर्ग में , ना सिर्फ एक अलग ही ऊर्जा होती है बल्कि कुछ नया सीखने ओर जानने का , एक अलग ही जज़्बा भी होता है !
यह अकेला ऐसा मंच है , जहाँ से बोहत कुछ सीखा और बोहत कुछ देखा जा सकता है , के आखिर भारत को सांस्कृतिक , धार्मिक ऒर लोकतान्त्रिक दृष्टि से - विश्व भर में सर्वप्रथम क्यों जाना ओर पहचाना जाता है , जिससे प्रभावित होकर विदेशी सैलानी भी , इसको देखने के लिए ना सिर्फ बेहद उत्साहित ऒर प्रफुल्लित होते हैं बल्कि इसको देखने ऒर इसमें शामिल होने के लिए भी , अपनी उपस्तिथि भी दर्ज करवाते हैं ! (~ फैसल )